दिसंबर 2025 में भारत के कई राज्यों में स्कूल अलग-अलग वजहों से बंद हो रहे हैं, जिससे छात्रों को अप्रत्याशित छुट्टियां मिल रही हैं। मौसम की मार, श्रमिक आंदोलन और शीतकालीन ब्रेक जैसी परिस्थितियां पढ़ाई के शेड्यूल को प्रभावित कर रही हैं। अभिभावक और छात्र इन बदलावों पर नजर रखें ताकि तैयारी रह सके।

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दक्षिणी राज्यों में तूफानी बारिश का कहर
तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में चक्रवाती हवाओं और मूसलाधार बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। जलमग्न सड़कें और बाढ़ जैसी स्थिति के कारण स्कूलों को कई दिनों के लिए स्थगित किया गया है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले सप्ताह तक यह असर जारी रह सकता है, इसलिए स्थानीय प्रशासन से अपडेट लेना जरूरी है।
महाराष्ट्र: कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन
महाराष्ट्र में शिक्षकों और सहायक स्टाफ का आंदोलन तेज हो गया है, जिससे हजारों स्कूल प्रभावित हुए हैं। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षाएं पूरी तरह ठप पड़ी हैं, जबकि शहरी केंद्रों में सीमित प्रभाव दिखा। मांगें पूरी न होने तक यह जारी रह सकता है, भले ही वेतन वसूली की धमकी दी गई हो।
केरल में चुनावी अवकाश
केरल सरकार ने स्थानीय निकाय चुनावों के लिए 9 और 11 दिसंबर को छुट्टियां घोषित की हैं। सभी शैक्षणिक संस्थान और सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे, जो जिला स्तर पर लागू होंगी। इससे मतदान प्रक्रिया सुचारू रूप से चलेगी और कर्मचारियों को सुविधा मिलेगी।
विंटर वेकेशन का शेड्यूल
उत्तर प्रदेश में स्कूल 20 से 31 दिसंबर तक बंद रहेंगे, जबकि मध्य प्रदेश में 23 दिसंबर से साल के अंत तक ब्रेक शुरू हो सकता है। जम्मू-कश्मीर की कठोर सर्दी ने प्राइमरी स्कूलों को 1 दिसंबर से तीन महीने के लिए और उच्च कक्षाओं को 11 दिसंबर से बंद कर दिया है। दिल्ली में 1 जनवरी से 15 जनवरी तक छुट्टियां निर्धारित हैं।
| राज्य | मुख्य कारण | संभावित बंदी तारीखें |
|---|---|---|
| तमिलनाडु आदि | तूफान और बारिश | दिसंबर दूसरा सप्ताह |
| महाराष्ट्र | हड़ताल | अनिश्चित काल तक |
| केरल | चुनाव | 9-11 दिसंबर |
| उत्तर प्रदेश | विंटर ब्रेक | 20-31 दिसंबर |
| जम्मू-कश्मीर | ठंड | 1 दिसंबर से फरवरी तक |
















