
उत्तर प्रदेश में छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी की खबर सामने आई है, परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अब हर शैक्षिक सत्र में 10 “बैगलेस डे” होंगे, यानी अब से छात्र 10 दिन बिना बास्ते के स्कूल जाएंगे। इससे हर शनिवार को विद्यालयों में मस्ती की पाठशाला लगेगी, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद और से आनंदम मार्गदर्शिका स्कूलों के लिएतैयारी की गई है।
इस महीने के शनिवार व दिसंबर में सभी चारों शनिवार, जनवरी में तीसरे व चौथे शनिवार और फरवरी में पहले व द्वितीय शनिवार को बैगलेस डे आयोजित किया जाएगा। अभी स्कूलों में गतिविधि व प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण, विभिन्न क्लबों का गठन, लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम के अंतर्गत शैक्षणिक भ्रमण और क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
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स्कूलों में होगा “बैगलेस डे”
सरकार द्वारा शुरू इस “बैगलेस डे” के जरिए अब आगे सात उद्देश्यों की पूर्ति की जाएगी, इसमें तनावमुक्त और ख़ुशी के वातावरण में छात्रों को सीखने का अनुभव प्राप्त होगा। विद्यार्थियों के शारीरिक व मानसिक विकास के साथ उनमें वास्तविक जीवन कस निष्पक्ष विश्लेषण और मूल्यांकन की समझ विकसित होगी। इसके साथ ही सामुदायिक जुड़ाव के तहत समाज से जुड़ने और पारस्परिक निर्भरता की भावना विकसित होगी।
34 विषय और गतिविधियां होंगी शामिल
राज्य के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के लिए तैयार की गई आनंदम में 34 विषय और गतिविधियां शामिल होगी, मारदर्शिका के अनुसार ही कार्यक्रम होंगे और इन्हें तीन भागों में विभाजित किया गया है। जिसमें पहला विज्ञान, पर्यावरण व प्रौद्योगिकी, दुसरा सार्वजानिक कार्यालय, स्थानीय उद्योग व व्यवसाय और तीसरा कला, संस्कृति व् इतिहास होगा।
अभिभावकों की भी भागीदारी होगी
इस नए सिस्टम के तहत अभिभावकों को भी इसमें शामिल किया जाएगा, बैगलेस डे वाले दिन उन्हें आमंत्रित किया जाएगा। जहाँ उन्हें बताया जाएगा की पढ़ाई के वह किस तरह अपने बच्चों के व्यक्तित्व का बेहतर विकास कर सकेंगे और इसके लिए उन्हें जागरूक भी किया जाएगा।
















