
अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भक्तों से अब तक 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का चंदा मिला है, यह राशि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा निधि समर्पण अभियान के माध्यम से जुटाई गई है।
यह भी देखें: Property Tax Hack: हजारों रुपये बचाएं! प्रॉपर्टी टैक्स कैलकुलेट करने का सही और आसान तरीका जानें
Table of Contents
चंदे का विवरण और सबसे बड़े दानकर्ता
- राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के अनुसार, मंदिर के निर्माण के लिए जनता से 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का दान प्राप्त हुआ है। कुछ रिपोर्टों में कुल दान 5,500 करोड़ रुपये से अधिक होने का भी उल्लेख किया गया है, जिसमें जनवरी 2024 के बाद के दान भी शामिल हैं।
- मंदिर परियोजना की कुल अनुमानित लागत लगभग 1,800 करोड़ रुपये है। अब तक लगभग 1,500 करोड़ रुपये का बिलिंग और भुगतान किया जा चुका है।
- मंदिर निर्माण में किसी भी केंद्र या राज्य सरकार के फंड का उपयोग नहीं किया गया है; यह पूरी तरह से जनता के योगदान पर निर्भर है।
सबसे बड़ा दान (मौद्रिक)
आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू ने व्यक्तिगत रूप से और अपने अनुयायियों के माध्यम से सबसे अधिक मौद्रिक दान दिया है।
- मोरारी बापू का योगदान: उन्होंने अकेले 11.3 करोड़ रुपये का दान दिया था, और अमेरिका, कनाडा व ब्रिटेन में उनके अनुयायियों ने अतिरिक्त 8 करोड़ रुपये जुटाए, जिससे कुल राशि लगभग 18.6 करोड़ रुपये हो गई।
यह भी देखें: Flight Rules: टिकट कैंसिल पर कितना मिलेगा रिफंड? आखिरी वक्त के लिए सरकार बना रही नया नियम
सबसे बड़ा दान (भौतिक):
सूरत के हीरा कारोबारी दिलीप कुमार वी. लाखी और उनके परिवार ने सबसे बड़ा भौतिक योगदान दिया।
- सोने का दान: उन्होंने मंदिर के लिए 101 किलोग्राम सोना दान किया, जिसका उपयोग मंदिर के दरवाजे, गर्भगृह और स्तंभों की सजावट में किया गया है। बाजार मूल्य के अनुसार इस सोने की कीमत लगभग 68 करोड़ रुपये आंकी गई थी。
अन्य प्रमुख दानकर्ता
- पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये का बड़ा योगदान दिया।
- उद्योगपति मुकेश अंबानी के परिवार ने भी 2.51 करोड़ रुपये का दान दिया।
यह भी देखें: Train Rules: ट्रेन में शराब ले जाना है Allowed? रेलवे का असली नियम जानें और भारी जुर्माना से बचें
यह विशाल दान अभियान दर्शाता है कि करोड़ों भक्तों की आस्था और सामूहिक समर्पण ने इस भव्य मंदिर के निर्माण को संभव बनाया है।
















