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दुनिया की सबसे महंगी चीज़! 1 ग्राम की कीमत 62 लाख करोड़ रुपये, हीरा, सोना, चांदी भी इसके सामने फेल

सोना, हीरा या चांदी सब फीके पड़ जाएँ जब बात हो एंटीमैटर की। सिर्फ 1 ग्राम से निकल सकती है 4 हिरोशिमा बम जैसी ऊर्जा! जानिए क्यों यह दुनिया का सबसे कीमती पदार्थ है।

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दुनिया की सबसे महंगी चीज़! 1 ग्राम की कीमत 62 लाख करोड़ रुपये, हीरा, सोना, चांदी भी इसके सामने फेल
दुनिया की सबसे महंगी चीज़! 1 ग्राम की कीमत 62 लाख करोड़ रुपये, हीरा, सोना, चांदी भी इसके सामने फेल

क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ 1 ग्राम पदार्थ इतना शक्तिशाली हो सकता है कि वह 4 हिरोशिमा परमाणु बम के बराबर ऊर्जा उत्पन्न कर सके? इसे कहते हैं एंटीमैटर (Antimatter)। और इसकी कीमत? लगभग 62.5 लाख करोड़ रुपये यानी 62.5 ट्रिलियन डॉलर प्रति ग्राम! यह आंकड़ा भारत के पूरे सालाना बजट (लगभग 50 लाख करोड़ रुपये) से कई गुना ज्यादा है।

एंटीमैटर क्या है?

हमारा ब्रह्मांड मुख्य रूप से सामान्य पदार्थ (Matter) से बना है – आप, मैं, सूरज, पानी और हवा। वहीं एंटीमैटर (Antimatter) इसके बिल्कुल विपरीत कणों से बना है।

  • इलेक्ट्रॉन (Electron) का चार्ज नेगेटिव (-) होता है, जबकि पॉजिट्रॉन (Positron) का चार्ज पॉजिटिव (+) होता है।
  • प्रोटॉन (Proton) का चार्ज पॉजिटिव (+) होता है, और एंटी-प्रोटॉन (Anti-Proton) का चार्ज नेगेटिव (-) होता है।

जब एंटीमैटर और सामान्य पदार्थ टकराते हैं, तो उनकी 100% द्रव्यमान ऊर्जा (Mass-Energy) में बदल जाती है। इसका मतलब है कोई राख नहीं, कोई धुआं नहीं, केवल ऊर्जा और प्रकाश

एंटीमैटर की कीमत और दुर्लभता

1995 से 2025 तक पूरी दुनिया में अब तक सिर्फ 10 नैनोग्राम एंटीमैटर ही बनाया गया है। इतनी छोटी मात्रा से एक बल्ब भी एक सेकंड के लिए नहीं जलेगा।

  • 1 ग्राम एंटीमैटर की कीमत लगभग 62.5 लाख करोड़ रुपये
  • इसे बनाने में अरबों रुपये खर्च होते हैं।
  • सिर्फ प्रयोगशालाओं में इसे सुरक्षित बनाने के लिए विशेष उपकरण और सुपरकूलिंग सिस्टम की जरूरत होती है।

एंटीमैटर कहाँ और कैसे बनता है?

CERN (स्विट्जरलैंड-फ्रांस बॉर्डर) में स्थित LHC (Large Hadron Collider) दुनिया की सबसे बड़ी मशीन है, जिसकी लंबाई लगभग 27 किलोमीटर है। इसके अलावा:

  • Fermilab, अमेरिका
  • GSI Helmholtz Center, Germany

यहाँ कणों को प्रकाश की गति के 99.999% तक तेज करके टकराया जाता है, जिससे थोड़े समय के लिए एंटीमैटर कण बनते हैं।

इसे सुरक्षित कैसे रखा जाता है?

एंटीमैटर को किसी भी सतह से टकराना नहीं चाहिए, वरना यह फट जाएगा। इसलिए इसे रखा जाता है:

  • अत्यंत ठंडे वातावरण में, लगभग −273°C (Absolute Zero के करीब)
  • शक्तिशाली चुंबकीय और विद्युत क्षेत्र (Penning Trap) में हवा में तैरते हुए
  • हर सेकंड लगातार निगरानी के तहत

विश्व रिकॉर्ड: 2011 में CERN ने 309 एंटी-हाइड्रोजन परमाणु को 16 मिनट 40 सेकंड तक जिंदा रखा

भविष्य में एंटीमैटर के संभावित उपयोग

  1. अंतरिक्ष यात्रा (Space Travel)
    • आज मंगल तक पहुँचने में 7-9 महीने लगते हैं।
    • एंटीमैटर रॉकेट से केवल 1 महीने में पहुँच सकते हैं।
    • सिर्फ 10 मिलीग्राम एंटीमैटर से पूरे अंतरिक्ष यान को प्लूटो तक ले जाया जा सकता है।
  2. बिजली का स्रोत (Power Generation)
    • 1 ग्राम एंटीमैटर + 1 ग्राम सामान्य पदार्थ = 43 किलो टन TNT के बराबर ऊर्जा।
    • यह ऊर्जा पूरे भारत को 10-12 दिन बिजली दे सकती है।
  3. कैंसर का इलाज (Medical Applications)
    • आज PET-Scan में पॉजिट्रॉन (Positron) इस्तेमाल होता है।
    • भविष्य में एंटी-प्रोटॉन (Anti-Proton) से कैंसर कोशिकाओं को और भी सटीक निशाना बनाया जा सकता है।

महंगी क्यों?

  • 1 ग्राम एंटीमैटर बनाने में LHC को 10 लाख साल तक चलाना पड़ेगा।
  • एक सेकंड के प्रयोग में लाखों रुपये खर्च।
  • इसलिए अब तक बनी मात्रा की कीमत अरबों डॉलर में है।

रोचक तथ्य

  • बिग बैंग के समय Matter और Antimatter लगभग समान मात्रा में थे, लेकिन अब एंटीमैटर लगभग गायब है।
  • यदि 1 ग्राम एंटीमैटर धरती पर गिर जाए, तो पूरा शहर नष्ट हो जाएगा।
  • आज यह सिर्फ प्रयोगशालाओं में है, लेकिन भविष्य में मानव सभ्यता को बदल सकता है।

छोटे शीशे में तैरता हुआ चमकता एंटीमैटर, सोने और हीरे से भी ज्यादा मूल्यवान (Priceless) होगा।

Author
Divya

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