बिहार सरकार अब राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में डिजिटल शिक्षा प्रणाली लाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। शिक्षा विभाग की योजना है कि हर विद्यालय में कंप्यूटर लैब और आवश्यक ढांचे की स्थापना की जाए, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र भी नई तकनीक से जुड़ सकें।

Table of Contents
सभी विद्यालयों में बनेगी आधुनिक लैब
राज्य के शिक्षा विभाग ने स्कूलों में कंप्यूटर लैब बनाने और टैबलेट की व्यवस्था करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसका उद्देश्य छात्रों को कंप्यूटर साक्षर बनाना और उन्हें तकनीकी ज्ञान से जोड़ना है। विभाग जल्द ही इस दिशा में बजट आवंटन और क्रियान्वयन की प्रक्रिया पूरी करेगा।
जनवरी के बाद शिक्षकों की भर्ती की संभावना
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि योग्य शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। संबंधित परीक्षाओं के परिणाम आने के बाद जनवरी माह में भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। साथ ही, नए शिक्षकों के चयन के बाद लाइब्रेरियन और सहायक कर्मियों की नियुक्ति भी की जाएगी।
छात्रों के लिए पोषण और सुविधा दोनों
राज्य सरकार का दावा है कि प्रदेश के लगभग एक करोड़ से अधिक बच्चों को मध्यान भोजन योजना के तहत बेहतर पोषक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए लाखों रसोइयां प्रतिदिन विद्यालयों में भोजन तैयार करती हैं ताकि बच्चों को पोषण के साथ नियमित उपस्थिति के लिए प्रेरित किया जा सके।
Also Read- GST New Rules: सबसे बड़ी खबर! GST रजिस्ट्रेशन अब कभी भी सस्पेंड हो सकता है, एडवाइजरी जारी
दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए विशेष व्यवस्था
सरकार ने दिव्यांग बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष योजनाएं तैयार की हैं। सभी जिलों में ऐसे स्कूलों और शिक्षकों की नियुक्ति पर बल दिया जा रहा है जो इन छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर सकें। इस कदम से शिक्षा के क्षेत्र में समान अवसर सुनिश्चित करने की उम्मीद जताई जा रही है।
रोजगारपरक शिक्षा से बदलेगा युवा वर्ग का भविष्य
बिहार सरकार अब केवल पारंपरिक पाठ्यक्रमों पर निर्भर नहीं रहना चाहती। विद्यालय स्तर से ही छात्रों को रोजगारपरक और व्यावसायिक शिक्षा से जोड़ा जाएगा ताकि उनमें कौशल विकास हो और वे आत्मनिर्भर बन सकें।
















