पेट्रोल पंप पर चोरी से बचने के लिए सावधानी जरूरी होती है। अगर मीटर पर कुछ खास कोड नजर आए, तो समझ जाइए कि पेट्रोल चोरी का शक हो सकता है। इस आर्टिकल में जानिए पेट्रोल पंप मीटर पर दिखने वाले सीक्रेट कोड क्या होते हैं और उनसे कैसे अपनी सुरक्षा करें।

Table of Contents
मीटर में दिखने वाले सीक्रेट कोड क्या हैं?
पेट्रोल पंप के मीटर पर आमतौर पर साफ-सुथरे नंबर दिखाई देते हैं, जो बताता है कि कितनी मात्रा में पेट्रोल दिया जा रहा है। लेकिन जब मीटर पर ’00’ से शुरू होने वाला कोड न दिखे या कोई अनजान संख्या दिखे, तो यह एक चेतावनी हो सकती है। यह कोड असामान्य रूप से बदल सकते हैं या मीटर सही से रिसेट नहीं हो पा रहा होता। कुछ धोखेबाज ऐसे इलेक्ट्रॉनिक कोड छुपा देते हैं, जिससे मीटर ज्यादा पेट्रोल दिखाता है, जबकि असल में कम दिया जाता है।
कैसे होती है पेट्रोल चोरी?
पेट्रोल चोरी कई तरीकों से हो सकती है:
- मीटर को रिसेट न करना जिससे कम पेट्रोल दिया जाए, लेकिन मीटर ज्यादा दिखाए।
- मीटर में इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल फेक करने के लिए छुपे हुए सर्किट या पल्स जनरेटर का इस्तेमाल।
- मशीन को बीच में रोकना और रीडिंग को गलत दिखाना।
- रसीद में दोगुना पेट्रोल दिखाना या गलत बिलिंग।
पेट्रोल चोरी से बचने के आसान उपाय
आप खुद कुछ आसान कदम उठाकर पेट्रोल चोरी से बच सकते हैं:
- सुनिश्चित करें कि मीटर शुरू होने से पहले और खत्म होने पर 00.00 पर हो।
- पेट्रोल लेने के बाद रसीद जरूर लें और उसमें दिखाए गए पेट्रोल की मात्रा जांचें।
- अगर मीटर पर कोई अनपेक्षित कोड या संख्या दिखे, तो तुरंत पंप ऑपरेटर से पूछताछ करें।
- शक होने पर दूसरा पंप चुनें।
- जहां संभव हो, ऐसे पेट्रोल पंप पर जाएं जहां CCTV कैमरे लगे हों।
नई तकनीकें जो पेट्रोल चोरी रोकती हैं
आजकल कई पेट्रोल पंप स्मार्ट तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जैसे:
- RFID टैगिंग जो हर ट्रांजैक्शन को रिकॉर्ड करती है।
- रीयल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम जो गड़बड़ी होते ही अलर्ट देता है।
- डिजिटल मीटर जो हैकिंग या फर्जी कोड को रोकने में मदद करते हैं।
इन आधुनिक तरीकों से पेट्रोल चोरी पर काबू पाया जा रहा है और ग्राहकों को सही मात्रा में ईंधन मिल रहा है।
















