
दिसंबर का महीना शुरू होते ही ठंड ने पूरे उत्तर भारत में दस्तक दे दी है। बच्चे अब गर्म कपड़ों में लिपटे स्कूल जाते नजर आते हैं, लेकिन जल्द ही उनका यह रूटीन बदलने वाला है। देश के कई राज्यों में कड़ाके की ठंड, बारिश और चक्रवात के कारण स्कूलों में लंबी सर्दियों की छुट्टियों की घोषणा होना शुरू हो चुकी है। इस वजह से बच्चों के चेहरे पर उत्साह और खुशी दोनों झलक रही है।
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जम्मू-कश्मीर में रिकॉर्ड तोड़ ठंड
इस साल जम्मू-कश्मीर की घाटी ने सर्दी के नए रिकॉर्ड बना दिए हैं। पहाड़ी इलाकों में पारा शून्य से कई डिग्री नीचे गिर चुका है, जिससे स्कूलों के लिए नियमित कक्षाएं संचालित करना मुश्किल हो गया है। शिक्षा विभाग ने इस स्थिति को देखते हुए इस बार तीन महीने की शीतकालीन छुट्टियों की घोषणा की है।
तीन महीने का शीतकालीन अवकाश
प्री-प्राइमरी और कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल 1 दिसंबर 2025 से 28 फरवरी 2026 तक बंद रहेंगे। वहीं, कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए 11 दिसंबर 2025 से 22 फरवरी 2026 तक अवकाश घोषित किया गया है। यह फैसला छात्रों और शिक्षकों दोनों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया है, ताकि उन्हें अत्यधिक ठंड से बचाया जा सके।
बच्चों के लिए आराम और नई योजनाएं
लंबे अवकाश के दौरान बच्चे न केवल आराम करेंगे बल्कि अपनी रचनात्मकता भी निखार सकेंगे। कई अभिभावक इस अवधि में बच्चों को घर पर कहानी सुनाने, क्राफ्ट सीखने, ऑनलाइन कोर्स या खाली समय में अंग्रेजी सुधारने जैसी गतिविधियों में शामिल करने की योजना बना रहे हैं। सर्द मौसम का फायदा लेते हुए पारिवारिक यात्राएं और त्योहारों की तैयारियां भी इस छुट्टी को और यादगार बना सकती हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी और स्थिति
मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों के लिए अगली कुछ हफ्तों तक ठंड बढ़ने और बर्फबारी की संभावना जताई है। घाटी में दिन के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है और रातें बेहद सर्द हो गई हैं। इस मौसम में खुले में रहने या यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है। इससे बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर असर पड़ सकता है।
अभिभावकों के लिए सावधानी जरूरी
शिक्षा विभाग ने अभिभावकों को सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन की ताजा जानकारी पर नजर रखने की सलाह दी है। कई बार मौसम की स्थिति के अनुसार छुट्टियों की अवधि बढ़ाई या घटाई जा सकती है। बच्चों को ठंड से बचाने के लिए उन्हें सिर से पांव तक गर्म कपड़े, टोपी, मोजे और दस्ताने पहनाना जरूरी है। साथ ही गर्म दूध, सूप और विटामिन युक्त भोजन भी उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
अन्य राज्यों में भी छुट्टियों की संभावना
जम्मू-कश्मीर के अलावा पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में भी ठंड बढ़ने के साथ शीतकालीन अवकाश घोषित किए जाने की संभावना है। हालांकि, राज्यवार तिथियां मौसम की वास्तविक स्थिति के अनुसार तय की जाएंगी। कुछ राज्यों ने पहले से ही छात्रों को तैयार रहने के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है।
















