नवंबर में सर्दी आने लगती है। देश के कई राज्यों में ठंड पड़ रही है। कुछ राज्यों में बर्फबारी भी हो रही है। नवंबर का महीना कुछ ही दिनों में खत्म होने वाला है और दिसंबर में बेहद ठंड रहने की भविष्यवाणी की गई है। ऐसे मौसम में बच्चों को सुबह-शाम कोहरे के बीच स्कूल आना-जाना कठिन हो जाता है।

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बिहार में विकट मौसम के बीच शीतकालीन अवकाश
बिहार के अधिकांश जिलों में तापमान में वृद्धि हुई है, लेकिन औरंगाबाद में न्यूनतम तापमान 13 डिग्री दर्ज किया गया है। पिछली सर्दियों में बढ़ती ठंड को देखते हुए कक्षा 1 से 8 तक की छुट्टियाँ 11 जनवरी तक बढ़ाई गई थीं। इस साल सरकार द्वारा 26 दिसंबर से 6 जनवरी तक सात दिनों का शीतकालीन अवकाश प्रदान किया जा सकता है, जिसमें क्रिसमस और गुरु गोबिंद सिंह जयंती शामिल हैं। हालांकि, अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
उत्तर प्रदेश में सर्दियों की छुट्टियाँ और बोर्ड परीक्षाओं का ध्यान
उत्तर प्रदेश में सर्दियों की छुट्टियाँ आमतौर पर 25 दिसंबर से शुरू होकर जनवरी के मध्य तक होती हैं। ये छुट्टियाँ करीब 15 दिनों की होती हैं और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को ध्यान में रखकर कुछ कक्षाएं खुली रखी जा सकती हैं। यूपी सरकार ने आधिकारिक तौर पर शीतकालीन अवकाश की घोषणा नहीं की है, किंतु ठंड के मौसम को देखते हुए समय-समय पर छुट्टियों में विस्तार की संभावना बनी रहती है।
बच्चों की सुरक्षा और अभिभावकों की भूमिका
सर्द मौसम में बच्चों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना होता है। अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं और ठंड से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां बरतें। स्कूलों के शीतकालीन अवकाश का उद्देश्य भी बच्चों को सुरक्षित और आरामदायक माहौल प्रदान करना है।
आधिकारिक घोषणाओं का इंतजार
सरकारें जैसे ही इस वर्ष के शीतकालीन अवकाश की आधिकारिक तिथियाँ घोषित करेंगी, जानकारी तुरंत साझा की जाएगी। तब तक बच्चों और परिवारों को मौसम के अनुसार तैयार रहना चाहिए ताकि स्वास्थ्य और पढ़ाई दोनों प्रभावित न हों।
















