
उत्तर भारत में लगातार गिरते तापमान और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के चलते अब उत्तर प्रदेश में भी ठंड ने दस्तक दे दी है। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी और कोहरे का अलर्ट जारी किया है, जिसका असर अब धीरे-धीरे तराई और मैदानी ज़िलों में महसूस किया जा रहा है। प्रदेश के कई हिस्सों में सुबह-शाम ठंडी हवाएं चल रही हैं और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के करीब पहुँच गया है। इसी को देखते हुए स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियों को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
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दिसंबर के आखिरी हफ्ते में मिल सकता है ब्रेक
शिक्षा विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में स्कूलों की विंटर वेकेशन इस बार 25 दिसंबर के बाद शुरू होने की संभावना है। हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं हुई है, लेकिन परंपरा के मुताबिक छुट्टियाँ दिसंबर के अंतिम सप्ताह से जनवरी के मध्य तक रहती हैं। बीते वर्ष यह अवकाश 31 दिसंबर से 11 जनवरी तक रखा गया था, लेकिन कई ज़िलों में अत्यधिक ठंड के कारण कुछ दिन बढ़ा दिया गया था।
इस साल तापमान जल्दी गिरने लगा है, इसलिए संभावना है कि अवकाश पिछले साल की तुलना में थोड़ा पहले शुरू किया जाए या अवधि बढ़ाई जा सकती है।
अभिभावक और बच्चे छुट्टियों का इंतज़ार कर रहे
सर्दियों की छुट्टियाँ बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों के लिए भी राहत का समय होती हैं। कड़ाके की ठंड में सुबह स्कूल भेजना मुश्किल हो जाता है, इसलिए माता-पिता चाहते हैं कि शिक्षा विभाग समय रहते छुट्टियों की घोषणा करे ताकि छोटे बच्चों को सर्द हवाओं से बचाया जा सके। कई स्कूल प्रबंधन समितियाँ भी स्थानीय मौसम परिस्थितियों को देखते हुए अपने स्तर पर कैलेंडर तैयार कर रही हैं।
बीते सालों का पैटर्न
अगर पिछले कुछ वर्षों के रिकॉर्ड पर नज़र डालें तो उत्तर प्रदेश के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में सर्दियों का अवकाश आम तौर पर 10 से 15 दिनों तक रहता है।
- वर्ष 2023-24 में प्राथमिक स्तर पर 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक स्कूल बंद रहे।
- दिल्ली और हरियाणा में छुट्टियाँ 1 से 15 जनवरी तक थीं।
- पंजाब में यह अवधि 24 से 31 दिसंबर तक सीमित रही।
- राजस्थान में 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक का ब्रेक दिया गया था।
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि हर राज्य अपने स्थानीय मौसम को देखते हुए तिथियाँ तय करता है। उत्तर प्रदेश की भौगोलिक विविधता (पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी यूपी तक) के कारण कुछ ज़िलों में छुट्टियाँ एकसमान नहीं होतीं।
बढ़ेगी ठंड, कोहरे से प्रभावित होंगी सुबह की कक्षाएँ
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अगले सप्ताह से उत्तर प्रदेश में घना कोहरा और ठंड की लहर देखने को मिलेगी। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण रात का तापमान तेजी से नीचे गिर सकता है। ऐसी स्थिति में राज्य सरकार द्वारा स्कूल समय परिवर्तन या छुट्टियों की अधिसूचना जारी की जा सकती है। यह कदम खासकर छोटे बच्चों को बीमारियों और सर्दी-जुकाम से बचाने के लिए उठाया जाएगा।
क्या बढ़ सकती हैं इस बार की छुट्टियाँ?
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि छुट्टियों की घोषणा से पहले प्रत्येक ज़िले का तापमान और मौसम की स्थिति पर रिपोर्ट ली जाएगी। अगर इस साल शीतलहर की स्थिति ज्यादा गंभीर रही तो संभावित अवकाश अवधि 10 से बढ़ाकर 12 या 14 दिन तक की जा सकती है। कुछ शिक्षा समितियाँ सुझाव दे रही हैं कि 25 दिसंबर से 10 जनवरी तक स्कूल बंद रखे जाएँ ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
छात्रों के लिए ठंड के बीच सुझाव
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि छात्रों को इस दौरान गर्म कपड़े पहनने, गुनगुना पानी पीने और सुबह के समय अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचना चाहिए। अगर स्कूल खुले भी रहें तो माता-पिता बच्चों को पूर्ण रूप से ढककर भेजें, ताकि ठंड का प्रभाव कम हो।
















